आखिरकार वैज्ञानिकों ने पता लगा ही लिया, पढ़ने के दौरान कैसे काम करती हैं हमारे दिमाग की परतें

आखिरकार वैज्ञानिकों ने पता लगा ही लिया, पढ़ने के दौरान कैसे काम करती हैं हमारे दिमाग की परतें

  • मस्तिष्क में फैला तंत्रिकाओं के जाल
  • दिमाग की कार्यप्रणाली को समझने के लिये किया गया अध्ययन
  • ‘टॉप-डाउन’ के बारे में हुआ खुलासा

विज्ञान और तकनीक

नई दिल्ली: दिमाग की कार्यप्रणाली पर रिसर्च कर रहे मस्तिष्क वैज्ञानिकों को बड़ी सफलता उस वक्त हाथ लगी जब पढ़ने के दौरान मस्तिष्क की कार्यप्रणाली का उन्होंने अध्ययन किया। वैज्ञानिकों ने पाया कि पढ़ने के दौरान मस्तिष्क की दो परतें आपस में किस प्रकार संचार स्थापित करती हैं। जानकारों का मानना है कि इस रिसर्च से न्यूरो इमेजिंग तकनीक और मस्तिष्क में फैली तंत्रिकाओं के जाल को बारीकी से समझना आसान होगा। इसके अलावा अध्ययन के दौरान इंसान का मस्तिष्क भाषा को किस प्रकार समझता है यह जानने में मदद मिलेगी।
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विज्ञान की भाषा में जिसे हम ‘बॉटम-अप’ कहते हैं उसमें मस्तिष्क अक्षरों को पहचानता है और वह प्रक्रिया जिसमें मस्तिष्क स्मृति की सहायता से उन शब्दों का अर्थ समझता है उसे ‘टॉप-डाउन’ कहा जाता है। नीदरलैंड के मैक्स प्लांक इंस्टीट्यूट फॉर साइकोलिंग्विस्टिक्स में हुए रिसर्च के बाद शोधकर्ताओं ने बताया कि बिना मस्तिष्क को खोले उसके भीतर विभिन्न परतों के बीच जाने वाले संदेश का मेज़रमेंट बेहद कठिन कार्य था। इसलिए उन्होंने मस्तिष्क की भीतर एक मिलीमीटर से भी पतली परतों की पड़ताल के लिए लैमिनर फंक्शनल मैग्नेटिक रेजोनेंस इमेजिंग (एक विशेष प्रकार की एमआरआई तकनीक) का प्रयोग किया।
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रिसर्च से पता लगा कि भीतरी परतों में टॉप डाउन प्रक्रिया की सूचना जबकि मझली परतों में बॉटम-अप की जानकारी प्राप्त हुई। इसके लिए वैज्ञानिकों ने एक प्रयोग किया जिसमें बाईस डच नागरिकों को उनकी भाषा के कुछ वास्तविक और कुछ बनावटी शब्द पढ़ने को दिए गए, जिस दौरान उनके दिमाग में चल रही प्रक्रिया का अध्ययन किया गया। मैक्स प्लांक इंस्टिट्यूट के रिसर्चर पीटर हागुर्ट ने बताया कि मस्तिष्क की ऊपरी सतह कोर्टेक्स मेंके साथ इस तरह का सफल प्रयोग पहली बार हुआ है, उन्होंने कहा कि भाषा विज्ञान और दिमाग की संरचना के बारे में जानने में इस अध्ययन से काफी मदद मिलेगी।

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