उत्तर कोरिया के हैकर्स ने इसरो के चंद्रयान 2 को नुकसान पहुंचाया? क्या इसलिए रह गया मिशन अधूरा
- चंद्रयान-2 को चांद के दक्षिणी ध्रुव पर उतरना था
- नासा समेत पूरी दुनिया की थी नजरें
नई दिल्ली: भारत ही नहीं पूरी दुनिया की उम्मीदों को उस वक्त बड़ झटका लगा था, जब इसरो द्वारा चंद्रयान-2 को चांद के दक्षिणी ध्रुव में उतारने का मिशन फेल हो गया। हालांकि, लैंडर जरूर बाहर नहीं आ पाया। लेकिन ऑर्बिटर अब भी चांद की कई खूबसूरत तस्वीरें भेज चुका है और भेज भी रहा है। लेकिन चंद्रयान-2 ( Chandrayaan 2 ) से जुड़ी एक और चौंकाने वाली खबर सामने आई, जिसमें बताया जा रहै है कि उत्तर कोरिया के हैकर्स ने चंद्रयान-2 को नुकसान पहुंचाने की कोशिश की थी। चलिए आपको पूरा मामला बताते हैं।
दरअसल, भारत जब अपना महत्वाकांक्षी मिशन चंद्रयान-2 चंद्रमा की सतह पर उतारने की कोशिश कर रहा था, तो उसी समय उत्तर कोरिया के साइबर हैकर्स भारत की स्पेस एजेंसी इसरो में सेंध लगा रहे थे। अन्य मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, साइबर विशेषज्ञों को ये आशंका है कि अगर ऐसा है तो इसरो देश का पांचवां ऐसा सरकारी संस्थान है जिस पर साइबर हमला हुआ है। आशंका है कि इसरो कर्मचारियों ने उत्तर कोरिया के स्पैमर्स द्वारा भेजा गया फिशिंग ई-मेल खोला और उनके सिस्टम पर मैलवेयर इंस्टाल हो गया। हालांकि अधिकारियों ने इससे इनकार किया है कि इस साइबर हमले से मून मिशन प्रभावित हुआ, जिसके कारण चंद्रयान-2 की लैंडिंग असफल हुई।

गौरतलब, है कि इसरो ने 7 सितंबर को चंद्रमा लैंडिंग ऑपरेशन के अंतिम चरण के दौरान विक्रम लैंडर से संपर्क खो दिया था। इसरो, नासा, अन्य देशों की एजेंसियों समेत करोड़ों लोगों की नजरें इस मिशन पर थी। खुद पीएम नरेंद्र मोदी इस मिशन को देखने के लिए इसरो के हेडक्वार्टर में पहुंचे थे। उन्होंने रात भर जागर इस मिशन को देखा। वहीं जब ये मिशन सफलतापूर्वक पूर्ण नहीं हो पाया, तो उन्होंने के सिवान और पूरे देशवासियों का हौंसला बांधा था।
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